03/08/2020 इमेज मीडिया नेटवर्क, चंडीगढ़ : मेरे भइया, मेरे चंदा मेरे अनमोल रतन, तेरे बदले मैं जमाने की कोई चीज न लूं...बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है, प्यार के दो तार से संसार बांधा है...और भइया मेरे राखी के बंधन को निभाना आशा भोसले, सुमन कल्याणपुरी और लता मंगेशकर के अमरगीत की दास्तां जितनी पुरानी है, उससे कहीं अधिक पुरानी हमारा यह रक्षा बंधन का त्योहार है। विकास के इस डिजिटल युग में भी भाई-बहन का प्यार उतना ही मजबूती से खड़ा है जितना उस जमाने में हुआ करता था। आदि काल से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुए सोमवार को एक बार फिर रक्षाबंधन पर बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांध रक्षा का वचन लिया। भाइयों ने बहनों की सुरक्षा का संकल्प लेते हुए उन्हें अपना प्यार व आशीर्वाद दिया।